जावरा से शिखरजी तीर्थ यात्रा हेतु 100 सदस्यीय दल का प्रस्थान, जेएसजी सेंट्रल ने किया भावभीना बहुमान
“शिखरजी की स्पर्शना भी सौभाग्य है” – संजय सुराणा |
जावरा (राजकुमार हरण) : शिखरजी तीर्थ, जिसकी मात्र कल्पना से ही हृदय में पवित्रता और असीम कर्मों का क्षय होता है—ऐसी पावन भूमि, जहाँ के कण-कण में प्रभु की मोक्ष गाथा समाई है, उसका स्पर्श करना भी जीवन का परम सौभाग्य है। उक्त भावपूर्ण विचार जेएसजी सेंट्रल के अध्यक्ष संजय सुराणा ने व्यक्त किए।
मंगलवार को जावरा से 100 सदस्यीय दल जैन समाज के सर्वोच्च तीर्थ श्री सम्मेद शिखरजी की यात्रा के लिए रवाना हुआ। इस अवसर पर जेएसजी सेंट्रल द्वारा कन्हैयालालजी दीपकजी हिंगड़ के सौजन्य से जावरा रेलवे स्टेशन पर सभी तीर्थयात्रियों का बहुमान किया गया।
यात्रियों को पानी की बोतलें वितरित की गईं एवं आइसक्रीम से स्वागत कर अनुमोदना प्रकट की गई। यात्रा के सूत्रधार सन्दीपजी श्रीश्रीमाल, अशोकजी झामर और राजेन्द्रजी जैन का भी विशेष सम्मान किया गया।
इस अवसर पर अरुण संघवी, अतुल सुराणा, दिनेश ओस्तवाल, प्रतीक डूंगरवाल, संजय सगरावत, सौरभ मेहता, वैभव चपडोद, महावीर डांगी, अनिता हिंगड़, ज्योति सुराणा, मिथिलेश सगरावत, सुनीता जैन, अनिता व्होरा सहित अनेक सदस्य उपस्थित रहे।कार्यक्रम का संचालन सचिव अमित चत्तर ने किया। जानकारी मीडिया प्रभारी राजेश हिंगड़ द्वारा प्रदान की गई।

सम्पादक (रतलाम जिला क्षेत्र)
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष – ऑल इंडिया जैन जर्नलिस्ट एसोसिएशन मध्यप्रदेश
उपाध्यक्ष – आंचलिक पत्रकार संघ रतलाम जिला
सचिव – प्रेस क्लब जावरा
विगत 35 वर्षों से फोटोजर्नलिस्ट एवं पत्रकारिता के क्षेत्र में सेवा दे रहें हैं।