थांदला गौरव 108 मुनि श्री अन्तरंगसागर जी महराज के सिर पर लगी गम्भीर चोट – संथारा पूर्वक देवलोक गमन

थांदला गौरव 108 मुनि श्री अन्तरंगसागर जी महराज के सिर पर लगी गम्भीर चोट – संथारा पूर्वक देवलोक गमन
थांदला सकल जैन संघ ने अपने प्रतिष्ठान बंद रख कर दी मुनिश्री को श्रद्धांजलि
थांदला। मुनि थांदला गौरव परम पूज्य तपस्वी 108 मुनि श्री अन्तरंगसागर जी महराज के सिर पर सीढ़ियों से नीचे आते समय अनायास पैर फिसल जाने से सिर पर गम्भीर चोट लग जाने से उनके दीक्षा प्रदाता गुरु 108 मुनि श्री अमितसागरजी ने उनका अंतिम समय निकट जानकर आमरण समाधि प्रदान कर दिया था। विगत पाँच दिनॉन से पूज्य श्री का पण्डित मरण (अन्न-जल सहित समस्त क्रियाओं के त्याग के साथ) चल रहा था जो आज 1.30 पर सिझ गया। उनके देवलोक गमन के समाचार सुनते ही स्थानीय जैन समाज ने अपने प्रतिष्ठानों को बन्द रख कर जिनालय पहुँच कर नवकार महामंत्र के जाप किये।
उल्लेखनीय है कि 108 अंतरंगसागरजी महाराज ने तीन वर्ष पूर्व 108 लब्धिधारी मुनि श्री अमितसागरजी महाराज के समक्ष तारंगा (राजस्थान) में दिगम्बरी जैन भगवती दीक्षा ग्रहण की थी तभी से आप अभिग्रह पूर्वक तपस्या कर रहे थे ऐसे में उन पर आये मरणान्तिक परिषह को बिना आरंभिक शल्य क्रिया के सम भाव से सहन कर रहे थे। इस बार मुनिश्री का चातुर्मास गुरुदेब संग कोटा में था वही चातुर्मास के पश्चात विचरण करते हुए आप अपने गुरु व गुरु भ्राताओं के साथ राजस्थान के भरतपुर के समीप बयाना में पधारें थे।
मुनिश्री के संयमी जीवन के उत्कर्ष रूपी मोक्ष कामना एवं अंतिम दर्शन के लिए डूंगर मालवा के अनेक स्थानों से गुरु भक्त बयाना पहुँच रहे है वही थांदला दिगम्बर श्रीसंघ के महावीर मेहता, प्रदीप जैन (झांसी वालें), विजय भिमावत, शीतल बोबड़ा, आनन्द मिंडा, मनोज बोबड़ा, शरद मेहता सहित मुनि श्री का सांसारिक परिवार भी बयाना पहुँच गए है जहाँ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
उनके अनायास पण्डित मरण सहित देवलोक गमन पर स्थानीय थांदला संघ के अध्यक्ष अरुण कोठारी, श्वेताम्बर श्रीसंघ अध्यक्ष जितेंद्र घोड़ावत, सचिव प्रादीप गादिया, तेरापंथ सभा अध्यक्ष अरविंद रुनवाल, प्रवीण मेहता, मूर्तिपूजक संघ अध्यक्ष कमलेश दायजी, उमेश पीचा, आईजा मध्यप्रदेश प्रभारी पवन नाहर, नवयुवक मंडल अध्यक्ष रवि लोढ़ा, संदीप शाहजी, अखिलेश श्रीमाल, राजेन्द्र पिण्डरमा, अनिल झांसी, दीपक पिण्डरमा, प्रियांक मेहता, संदेश बोबड़ा, इन्द्रवर्धन मेहता, संजय पिण्डरमा सहित जनप्रतिनिधियों व पत्रकारों ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए जिनेश्वर देव से शीघ्र मोक्ष की कामना की है।
दुर्घटना के एक दिन पूर्व मुनिजी की प्रसन्न मुद्रा
दुर्घटना से हुई पीड़ा को समभाव से सहन करते हुए मुनिश्री
मुनिश्री के अंतिम दर्शन को उमड़ा भक्तों का सैलाब

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *