30 हजार की रिश्वत लेते पटवारी को लोकायुक्त ने पकड़ा
पवन नाहर झाबुआ।
जिलें में ग्रामीणों को रजिस्ट्री, सीमांकन व अन्य जमीन सम्बन्धी काम के लिए तहसील के चक्कर लगाने पड़ते है ऐसे में उनका काम यहाँ कार्यरत गिरधारी व कस्बा पटवारी से भी पड़ता है। ऐसे में लोकतंत्र का हिस्सा बने भ्रष्ट पटवारी रिश्वत के नाम पर आदिवासियों व अन्य जनों को काम व नियम में उलझा देते है। ताजा मामला झाबुआ विधानसभा के राणापुर का है जहाँ लोकायुक्त इंदौर पुलिस ने 30 हजार की रिश्वत लेते पटवारी को ट्रैप किया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शिकायत कर्ता किशोर सिंह पिता नाथू परमार निवासी राणापुर के ग्राम सोतिया जालम पोस्ट माण्डली द्वारा ग्राम के ही किसान छगन पिता मोती से लगभग 22 आरे क्रय जमीन की रजिस्ट्री के लिए आवेदक को पटवारी से नक़्शा एवं नकल के साथ नामांतरण करवाना था जिसके लिए हल्का 4, 5 व 20 के पटवारी का हेमंत राठौर ने 63 हजार रुपये बतौर रिश्वत की माँग की। जिसे आवेदक ने दो किश्तों में देना स्वीकार किया गया। आवेदक ने इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक इंदौर कार्यालय में करते हुए उनके द्वारा शिकायत का सत्यापन कर रिश्वत की प्रथम किश्त देते समय आरोपी पटवारी हेमंत राठौर को 30 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रिश्वत की राशि के साथ रंगे हाथों धर दबोचा। लोकायुक्त द्वारा आरोपी के विरुद्ध धारा 7 भा.नि.अधि. के तहत कार्यवाही की जा रही है।

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