*जनसंपर्क के दौरान पूर्व गृहमंत्री के घर आशीर्वाद लेने पहुंचे-जीवन सिंह शेरपुर* प्रधानमंत्री आवास में जितने पैसे शहर में मिलते हैं उतने ही गांव में मिले इसके लिए आवाज उठाएंगे गांव का सरपंच सचिव करप्ट नहीं है ऊपर वाले नेता दबाव बनाते हैं अगर उनको ये पैसे नहीं देते तो ट्रांसफर करवाने की धमकी देते

जनसंपर्क के दौरान पूर्व गृहमंत्री के घर आशीर्वाद लेने पहुंचे-जीवन सिंह शेरपुर

प्रधानमंत्री आवास में जितने पैसे शहर में मिलते हैं उतने ही गांव में मिले इसके लिए आवाज उठाएंगे

गांव का सरपंच सचिव करप्ट नहीं है ऊपर वाले नेता दबाव बनाते हैं अगर उनको ये पैसे नहीं देते तो ट्रांसफर करवाने की धमकी देते

  जावरा (राजकुमार हरण)   निर्दलीय प्रत्याशी जीवन सिंह शेरपुर ने गुरुवार को जावरा शहर में घर-घर जाकर जनसंपर्क किया उन्होंने बुजुर्ग महिलाओं के पैर छुए और आशीर्वाद लिया महिलाओं ने भी शेरपुर का तिलक लगाकर साल श्रीफल भेंट कर आरती उतारी व विजय होने की कामना की जीवन सिंह शेरपुर ने कार्यकर्ताओं के साथ में शहर के गीता भवन,रावण दरवाजा,सागर मोती, गली कमाल खा,बड़ी होली,शीतला माता मंदिर,नरसिंहपुरा,आदि जगह क्षेत्र की गलियों में दुकान दुकान और घर-घर जाकर जनसंपर्क किया मतदाताओं आतिशबाजी कर स्वागत भी किया वे शुक्रवार को दाहखेड़ा,माता मेल्की, कलालिया सरसोदा,मोयाखेड़ा, किलगारी, व अन्य गांव में जनसंपर्क करेंगे।

*पूर्व गृहमंत्री के घर पहुंचे* जनसंपर्क के दौरान नरसिंहपुर में स्थित कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व गृहमंत्री भारत सिंह जी के घर पहुंचे और उनसे आशीर्वाद लिया।व उज्जैन से पंडित भोला तिवारी पहुंचे और उन्होंने जीवन सिंह शेरपुर का स्वागत किया पंडित भोला तिवारी ने बताया कि हमने मंगलनाथ मंदिर में जीवन सिंह शेरपुर की विजय के लिए पूजा अर्चना कर जलाअभिषेक किया व यहां पर हम प्रसादी लेकर पहुंचे हैं मंगलनाथ जी के आशीर्वाद से जीवन सिंह विजय होंगे।

बुधवार को गांव भट्टाखेडी में चौपाल को संबोधित करते हुए जीवन सिंह बोले की इतने सालों में विधानसभा क्षेत्र के बहुत सारे गांव में दोनों दल शमशान घाट तक नहीं बना पाई तो फिर इन ने क्या करा  प्रधानमंत्री आवास के नाम पर लोगों के साथ कितना धोखा होता है शहरी क्षेत्र में ढाई लाख रुपए देती है और ग्रामीण क्षेत्रों में एक लाख 37 हज़ार आते हैं उसमें मकान समेत शौचालय बनवाना उन पैसों में से भी कुछ पैसे तो ऊपर वाले नेता लेलेते हैं और चुनाव के समय अपने को ही बांट देते हो और वोट ले जाते हैं गांव के मंत्री सरपंच करप्ट नहीं है ऊपर वाले करप्ट हैं वह ऊपर से दबाव बनाते हैं की पैसे दे नहीं तो ट्रांसफर करवाऊ दूंगा। जीन ने पैसे नहीं दिए और खिलाफत करी कि मैं करप्शन नहीं करूंगा न करने दूंगा तो उनकी ऐसी हालत कर दि जिसकी कोई हद नहीं मे सारे करप्शन को खत्म कर दुंगा एक 1 रुपए भी किसी को नहीं देने दुंगा और यह भी मांग करेंगे जितने शहर में मकान बनाने के लिए पैसे मिलते हैं उतने ही गांव में दिया जाए एक लाख 37 हज़ार में घर नहीं बन सकता क्योंकि सीमेंट महंगी है सलिया महंगा, रेत महंगी, है तो गरीब आदमी 137000 हज़ार में अपना मकान कैसे बनाएगा ₹12000 शौचालय बनाने के लिए देते हैं लेकिन 12000 में शौचालय का खड्डा भी नहीं खोद सकते। रेत पहले नदी से आती थी उसे बंद करवा कर क्रेशर की रेत चालू करवा दी क्योंकि जो क्रेशर है वह इन नेताओं के मिलने वालों की नदी से रेत आती उसे वो पुलिस प्रशासन को पैसे देकर पकड़वा देते हैं… क्यों वो घर बनाने के लिए ही आती है लेकिन यह नेता नहीं चाहते कि आपके घर बने। लेकिन हम जिसके घर नहीं है गांव में पट्टे नहीं उनको घर और पट्टे दोनों देंगे जीतने के बाद में आपके काम बिना कहें होंगे आपको मेरे यहां आने की जरूरत नहीं है मैं आपके यहां आऊंगा एक बार ऑटो रिक्शा पर बटन दबाकर मुझे विधानसभा भेज दीजिए

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *