*प्राणी मात्र के लिए शांति की कामना एवं मछलियों को आहर कराया वरिष्ठ संघ द्वारा*

प्राणी मात्र के लिए शांति की कामना एवं मछलियों को आहर कराया वरिष्ठ संघ द्वारा

मछलियों को उनका आहार कराने से घर में सकारात्मक ऊर्जा की प्राप्ति होती है- अभय सुराणा

जावरा (निप्र) धार्मिक ग्रंथो के अनुसार मछलीयो को आटे की गोलियां (गोटिया) बनाकर उनको खिलाने से धन लाभ होता है साथ ही अगर आपकी कोई कीमती वस्तु खो गई हो तो वह भी आपको वापस प्राप्त हो जाती है। उक्त विचार श्री श्वेतांबर जैन वरिष्ठ सेवा समिति के अध्यक्ष अभय सुराणा ने जावरा से लगभग 20 किलोमीटर दूर गांव लसूडिया के तालाब पर जाकर वहां पर मछलियों को उनका आहर करवाने के बाद रमणीक जैन के निवास पर उपस्थित सदस्यों को संबोधित करते हुए कही। आपने कहा कि मछलियों को आटे की गोटिया खिलाने एवं उनकी देखभाल करना वास्तव में बेहद शुभ माना जाता है और ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा की प्राप्ति होती है।

 श्री श्वेतांबर जैन वरिष्ठ सेवा समिति द्वारा लगातार पिछले कुछ दिनों से अलग-अलग स्थानों पर जाकर जीव दया का कार्य किया गया जिसके अंतर्गत दोनों गोशाला में जाकर हरा चारा व गुड़ कुत्तों को रोटियां व बिस्किट बंदरों को मूंगफली दाना सिंगदाना चना बिस्कुट एवं कबूतरों के लिए दाना पानी की व्यवस्था भी की गई। इसके साथ ही पक्षियों के पानी पीने के लिए निशुल्क सकोरे भी वितरित किए गए, जिसका वितरण अभी भी जारी है। इस अवसर पर सभी सदस्यों ने गांव के 200 वर्ष प्राचीन श्री आदिनाथ दादा के मन्दिर में दर्शन- वंदन कर मानव मात्र के मन में शांति हो ऐसी भावना प्रकट करी। इस अवसर पर गांव के पूर्व सरपंच के सुपुत्र श्री रमणीक जैन ने समिति के अध्यक्ष अभय सुराणा का बहुमान भी किया। संस्था के सदस्य प्रकाश छाजेड़ की विवाह वार्षिकी पर चेयरमैन राजकुमार हरण एवं उपस्थित सदस्यों ने स्वागत कर उनको शुभकामना दी साथ ही संस्था के एक ओर सदस्य रिंगनोद के दिनेश डूंगरवाल जी को उनकी विवाह वार्षिकी की मोबाइल पर शुभकामनाएं प्रदान करी। इस अवसर पर सुरेश लूक्कड़ व संजय सुराणा ने भविष्य में मछलियों के आहार के लिए भी राशि की घोषणा करी।

इस अवसर पर इनकी रही उपस्थिति-

अभय सुराणा, बसंती लाल चपडो़द, पुखराज पटवा, अभय श्रीमाल, शांतिलाल रुनवाल, राजकुमार हरण, शेखर नाहर, सुरेश लूक्कड़ नवाब, प्रकाश छाजेड़, संजय सुराणा, रमणीक जैन, ऋषभ छाजेड़, मास्टर अयांश सुराणा आदि उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *