सत्ता के मद में छंटे हुए भाजपा नेता कर रहे हैं कलम का अपमान ,कहीं भाजपा प्रत्याशी को निचा दिखाने का प्रयास तो नहीं।
*झाबुआ* एक और जहां विभिन्न पार्टियां आगामी लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए में कलमकारों को सम्मानित कर उनका मनोबल बड़ा रही है वहीं झाबुआ जिले की भारतीय जनता पार्टी के कुछ अवसरवादी नेता सड़क छाप, टटपुंजिया , लोकल, चवन्नी छाप जैसी उपमा से अलंकृत कर कलमकारों का अपमान कर उन्हें लज्जित करने का प्रयास कर रहे हैं जिससे आगामी लोकसभा चुनावों में भाजपा को अपने इन नेताओं की बदौलत संकटों का सामना भी करना पड़ सकता है क्योंकि जब महाराजा प्रथ्वीराज चौहान को सत्ता के मद में चूर बादशाह ने आंखें फोड़कर ललकारा था तब कलमकारों ने ही महाराज प्रथ्वीराज चौहान का साथ देकर अपनी कलम के माध्यम से महाराजा प्रथ्वीराज चौहान की मदद कर आततायी का अंत करवाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया था संत्ता के मद में भाजपा नेता शायद यह भुल रहे हैं कहीं इतिहास की पुनरावृत्ति का संकेत तो नहीं, भूल रहे भाजपाई की इसके पहले भी सरकार थी जो आज अपना अस्तित्व खोज रही है।

चिराग नाहर (जिला ब्यूरों)
युवा पत्रकार चिराग झाबुआ ज़िलें में रहते हुए ग्रामीणों से लेकर जन सामान्य वर्ग में पत्रकारिता के लिए लोकप्रिय है। वे दादा जी एवं पिता जी से प्रतिभा के रूप में मिली पत्रकारिता एवं अपने 10 वर्षो के अनुभव के साथ निष्पक्षता से आगे बढ़ाते हुए जनता के मुद्दों को शासन प्रशासन के सामने रखते है। धर्म, राजनीति व सामाजिक, कानूनी विषयों पर भी आपकी गहरी पकड़ है।