शराब दुकान पर उड़ाई जा रही नियमों की धज्जियां – जिम्मेदार प्रशासन की मौन स्वीकृति से बिक रही है अवैध शराब
Pn voice news room पेटलावद ।
नगर के गांधी चोक चौराहे से कुछ दूरी पर रूपगढ़ मार्ग पर आबकारी कार्यालय के पास स्थित लाइसेंसी शराब दुकान पर नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है जिसके बाद भी आबकारी विभाग के जिम्मेदार अधिकारी इस ओर ध्यान नही दे रहे है जिससे तो यही स्पष्ट होता है कि आबकारी विभाग की इसमें मौन स्वीकृति है तभी ठेकेदार भी मनमानी कर रहा है। यहां तक कि इस शराब दुकान पर रेत लिस्ट तक चस्पा नही कर रखी है। रेट लिस्ट नही होने के कारण सूत्रों की माने तो शराब दुकान पर शराब की बोतल पर अंकित मूल्य से भी कई लोगों से ज्यादा रुपए लिए जा रहे है। यहां तक की नगर में भी चारों तरफ अवैध रूप से लोगों द्वारा बेखौफ होकर शराब विक्रय की जा रही है जिसके बाद भी प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है ओर तो ओर शराब ठेकेदार के लोग अवैध शराब दुकानों तक अवैध रूप से शराब पहुंचाने का अपना काम बेखौफ होकर कर रहे है। यहां तक की डिजिटल पेमेंट भी शराब दुकान पर नही लिया जाता है। आखिर जिम्मेदार प्रशासन क्यों लगड़ा बना हुआ है। यह बात आमजन से परे है लेकिन अंदर खाने की खबर रखने वाले कुछ लोगों ने अपना नाम जारी नही करने की बात कहकर बताया कि यह सब बंदी के कारण हो रहा है और इतने दिए जाते है की पगार कही नही लगती है। एसपी साहब पेटलावद नगर सहित ग्रामीण अंचल में खुलेआम अवैध रूप से कई स्थानों पर अवैध रूप से शराब बिक रही है जिसके बाद भी यहां कार्यवाही के नाम पर सिर्फ और सिर्फ खाना पूर्ति की जा रही है। इस शराब के कारण युवाओं का भविष्य खराब हो रहा है तो कई परिवार के लोग परेशान भी है। आखिर वो दिन कब आएगा जिस दिन जिम्मेदार अधिकारी ईमानदारी से कार्य कर नियमों का पालन करने के लिए शराब ठेकेदार को मजबूर कर देंगे । यह तो भविष्य के गर्त में छुपा हुआ है। उक्त शराब दुकान पर दो चार दिन पहले रेट लिस्ट चस्पा भी की थी जी वापस निकाल ली गई है। अवैध शराब अड्डों के आसपास आए दिन विवाद होते रहते है जिसके कारण आमजन भी परेशान है।

प्रधान संपादक
पत्रकार – 30 वर्षों से निरंतर सक्रिय होकर – नेशनल न्यूज के मैनेजिंग डायरेक्टर, सोशल मीडिया फाउण्डेशन के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी है। आप वर्तमान समय में प्रदेश की सकारात्मक पत्रकारिता करते हुए शासन प्रशासन के तीखे आलोचक बनकर जनता की मूलभूत समस्याओं को प्राथमिकता से उठाते हुए उसका निराकारण करवाने के लिए प्रतिबद्ध है। जीवदया अभियान के राष्ट्रीय संयोजक होकर समाजसेवा में रुचि रखते है।