नवरात्रि पर्व को लेकर तैयारी अंतिम चरणों में, महिलाओं की सुरक्षा को लेकर पुलिस ने बनाई रणनीति दक्ष चोपड़ा
उज्जैन।आने वाला है नवरात्र, मां के जयकारे से गुंजायमान होगा शहर।नवरात्रि के दिनों की शुरुआत में अभी कुछ दिनों का समय है, लेकिन नवरात्रि की तैयारियां जोर- शोर से चल रही हैं। यही कारण है कि एक ओर जहां मां के लिए समितियों द्वारा पंडाल निर्माण की रूपरेख बनाई जा रही है।तो वहीं दूसरी ओर गरबा मंडलों ने गरबे की रिहर्सल जोरों पर है। श्राद्ध की समाप्ति के साथ ही जिलेभर में नवरात्रि की धूम आरम्भ होगी।इसी के चलते मंदिरों में भी विशेष तैयारियां की जा रही हैं। नन्ही बालिकाएं मां के दरबार में गरबा कर मां को मनाने के लिए गरबों की रिहर्सल कर रही हैं।साथ ही पुलिस विभाग ने भी अपनी तैयारी शुरू कर दी है।पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना ने नवरात्र में गरबा स्थल पर महिला सुरक्षा का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए हैं। अधिकारियों की बैठक में डीजीपी ने कहा कि गरबा स्थल के आसपास विशेष पेट्रोलिंग कराएं। गरबा स्थल पर आवागमन के रास्तों पर ड्रोन कैमरों का उपयोग करें।दुर्गा उत्सव समिति के कार्यकर्ताओं का सहयोग लें। गरबा स्थल पर वीडियोग्राफी की व्यवस्था कराई जाए। गरबा समाप्ति के बाद भी तब तक पुलिस पेट्रोलिंग चालू रहे, जब तक की सभी महिलाएं, बच्चियां सुरक्षित घर न पहुंच जाएं। खुफिया तंत्र सक्रिय रखें। पुलिस मुख्यालय की महिला सुरक्षा शाखा सभी जिलों में महिला अपराध की रोकथाम के लिए जागरूकता कार्यक्रम चलाएगी। उल्लेखनीय है शक्ति की आराधना का पर्व नवरात्रि में अभी कुछ समय बाकी है, परंतु मां के भक्त मां को मनाने की तैयारियों में जुट गए हैं। नगर में विभिन्न स्थानों पर मां की प्रतिमा को विराजित किया जाएगा ।जिसकों लेकर मूर्ति कलाकारों ने मां की प्रतिमा को पूरी तरह से तैयार कर लिया है। आगामी 3 अक्टूबर को मां भवानी की आराधना का पर्व शारदीय नवरात्रि घटना स्थापना के साथ शुरू हो जाएगा। मां की प्रतिमाओं को शहर में जगह- जगह पंडाल लगाकर विराजित किया जाएगा, जिसको लेकर समितियों के साथ मूर्ति कलाकार भी तैयार हैं। पंडालों के साथ घरों में मां की प्रतिमाएं विराजित होंगी।इस साल नवरात्रि 10 दिन मनाई जाएगी क्योंकि तृतीया तिथि में वृद्धि हुई है। शारदीय नवरात्रि आश्विन मास शुक्ल पक्ष हस्त नक्षत्र और इंद्र योग में मनाए जाएंगे।नवरात्रों में शक्ति की अधिष्ठात्री मां दुर्गा आदि शक्ति के 9 स्वरूपों की पूजा आराधना की जाती है।साथ ही इस दौरान कन्या पूजन का भी विधान है। आचार्य ने बताया कि देवी के दर्शन और नौ दिन तक व्रत और हवन करने के बाद कन्या पूजन का बड़ा महत्व माना गया है। नवरात्र के दौरान की गई पूजा से भक्तों को मां दुर्गा भवानी मन वांछित फल देती है।पहले दिन मां दुर्गा की कलश स्थापना की जाती है। इसके बाद अष्टमी और नवमी को कन्या पूजन कर अगले दिन दशहरा पर्व मनाया जाएगा।

दक्ष चोपड़ा (उज्जैन – जिला ब्युरों)
युवा पत्रकार सक्रिय पत्रकारिता करते हुए हर मामलें में दक्ष है। महाकाल की नगरी में होकर धर्म, राजनीति व सामाजिक विषयों पर अच्छी पकड़ रखते हैं।