संथारा धारण कर श्री पूनमचंद जी हरण का शांतिपूर्वक देवलोकगमन डोल यात्रा में नगर ने दी श्रद्धांजलि, अंतिम संस्कार हुआ आनंदी हनुमान श्मशान घाट पर

संथारा धारण कर श्री पूनमचंद जी हरण का शांतिपूर्वक देवलोकगमन

 

डोल यात्रा में नगर ने दी श्रद्धांजलि, अंतिम संस्कार हुआ आनंदी हनुमान श्मशान घाट पर

जावरा /नगर के धर्मनिष्ठ, सेवाभावी एवं वरिष्ठ सुश्रावक श्री पूनमचंद जी हरण (पुत्र स्व. श्री मोतीलाल जी हरण) का दिनांक 15 जून 2025, रविवार को दोपहर 1:30 बजे चोविहार संथारा सहित शांतिपूर्वक देवलोकगमन हो गया।

उनकी डोल यात्रा सायं 4:00 बजे आज़ाद चौक स्थित निवास स्थान से आरंभ होकर नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए श्रद्धा व सम्मान के साथ आनंदी हनुमान श्मशान घाट पहुंची। वहाँ समाज अध्यक्ष श्री अजीत जी चत्तर, समाजजनों एवं पंचों की उपस्थिति में उनके भाइ—कन्हैयालाल, संतोषकुमार, राजकुमार, सुशील, महेन्द्र (गुड्डा), अशोक, सुनील (बंटी), चिमन तथा भतीजे—हर्षित, गिरीश और पुत्र—दीपक एवं भावेश (गोलू) के साथ धार्मिक विधि-विधानपूर्वक अंतिम संस्कार संपन्न हुआ।

अंतिम यात्रा में नगर के गणमान्य नागरिकों सहित बड़ी संख्या में  समाजजन परिजन के साथ ही महिलाएं भी उपस्थित रही।

श्मशान स्थल पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में रेड क्रॉस की ओर से के.वी. सिसोदिया, सकल जैन श्री संघ एवं मंडी व्यापारी संघ की ओर से अजीत चत्तर, अखिल भारतीय श्री जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक युवक महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष अनिल दसेड़ा, समकित परिवार की ओर से संदीप श्रीमाल तथा श्री जैन दिवाकर संप्रदाय की ओर से कनकमल चोरडिया सहित अनेक गणमान्य नागरिकों ने श्रद्धांजलि अर्पित की।

सूर्यास्त समीप होने के कारण कई लोग श्रद्धांजलि देने की इच्छा के बावजूद अपने श्रद्धा सुमन अर्पित नहीं कर सके।

श्री हरण का संपूर्ण जीवन संयम, सेवा एवं धर्मनिष्ठा का प्रतीक रहा। उनके देवलोकगमन से नगर एवं समाज में गहरा शोक व्याप्त है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *